नूंह हिंसा: 133 वाहन फूंके, 2 होमगार्ड सहित 5 की मौत, 16 FIR... जानिए अबतक क्या-क्या हुआ
नूंह: हरियाणा के नूंह क्षेत्र में विश्व हिंदू परिषद के सख्त दौरे के दौरान हुई बर्बरता और हंगामे के बाद भारी संख्या में अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है.नूंह हिंसा के बाद मंगलवार दोपहर तक 16 एफआईआर पुलिस ने दर्ज की है। पुलिस के मुताबिक 133 वाहनों को इस हिंसा में आग के हवाले किया गया है। इसके साथ ही 5 लोगों की मौत हो चुकी है। नूंह पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि पूरे नूंह जिले में पैरामिल्ट्री फोर्स की कुल 13 बटालियन तैनात की गई है। इनमें 7 आरएफ, 2 बीएसएफ, 2 सीआरपीएफ, 2 आईटीबीपी की बटालियन लगाई गई हैं।
बवाल के दौरान कुल 27 लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है
कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही पुलिस
Nuh:-अतिरिक्त कार्यभार संभाल रहे एसपी नरेंद्र बिजारणिया ने कहा कि कुछ लोगों को पुलिस अधिकार में लिया गया है. जिनसे लगातार संबोधन जारी है.वीडआधार पर उपद्रवियों की पहचान की जा रही है। जिन्हें जल्द ही गिरफ्तार करने के प्रयास किए जा रहे हैं। सोमवार को हुए दंगों के मामले में पुलिस ने अलग-अलग थानों में 16 एफआईआर दर्ज की हैं। उन्होंने बताया कि इस दंगे में कुल 5 लोगों की मौत हुई है,
133 वाहनों को भी फूंका गया
नूंह में हुए दंगों में अभी तक कुल 133 वाहन उपद्रवियों द्वारा फूंके गए है। इनमें 8 पुलिस के वाहन और 125 यात्रा में शामिल लोगों के वाहन हैं। दंगे में कुल 60 लोग घायल हुए हैं। इनमें 10 पुलिस के जवान और बाकी आम लोगों की जानकारी मिली है।
आरोपियों की पहचान की जा रही
नूंह जिला के उपायुक्त प्रशांत पंवार तथा एसपी नरेन्द्र सिंह बिजारणिया की अध्यक्षता में मंगलवार को शांति वार्ता की बैठक पुनः आयोजित की गई। इस बैठक में उन्होंने कमेटी के सदस्यों से अपील करते हुए कहा कि लोगों को कानूनी प्रक्रिया में सहयोग करने के लिए प्रेरित कर जिला प्रशासन द्वारा जारी आदेशों की पालना करवाने में सहयोग करेंअब तक इस मामले में 16 एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं और अन्य आरोपियों की भी पहचान की जा रही है
सीएम खट्टर ने नूंह में उत्पन्न हुई स्थिति पर की बैठक
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने नूंह में उत्पन्न हुई स्थिति को लेकर बैठक बुलाई। मुख्यमंत्री आवास पर हुई इस बैठक में गृह मंत्री अनिल विज भी मौजूद रहे। बैठक में प्रदेश के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक समेत तमाम प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे घटना का पत्ता लगते ही वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और प्रशासन को तुरंत भेजा गया। एक सामाजिक यात्रा जो हर वर्ष निकलती है जिसके ऊपर कुछ लोगों ने आक्रमण किया। पुलिस को भी निशाना बनाया गया। सुनियोजित और षडयंत्र पूर्ण तरीके से यात्रा को भंग किया गया, जो बड़ी साजिश की तरफ इशारा करती है।
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